Thursday, January 13, 2011

कोई स्कूल सौ तो कोई पचास प्वाइंट पर ही दे रहा दाखिला

नर्सरी दाखिले की दौड़ अपने आखिरी पड़ाव पर आ गई है। लेकिन अब तक अभिभावकों के लिए प्वाइंट सिस्टम समझ से परे है। एक एरिया से दूसरे में प्वाइंट सिस्टम अलग होने अभिभावकों को समझने में काफी मुश्किल आ रही है। कहां और कैसे नंबर आएगा यह अभिभावकों के लिए अबूझ पहेली जैसा है। भले ही अधिकतर स्कूलों ने अपने प्वाइंट सिस्टम को सौ प्वाइंट पर आधारित बनाया है लेकिन ऐसे स्कूल भी कम नहीं है जिन्होंने अपने प्वाइंट सिस्टम को 50 प्वाइंट तक ही सीमित रखा है। जिसके कारण श्रेणी भी कम हो गई जिससे स्कूल में दाखिला मिलने के अवसर थोड़े कम हो गए हैं। वसंत विहार व ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित टैगोर इंटरनेशनल स्कूल ने अपनी दोनों शाखाओं में दो श्रेणी के तहत 50 प्वाइंट रखे गए हैं। स्कूल ने अपने सिस्टम में एरिया और स्टेट्स ऑफ चाइल्ड को शामिल किया है। जिसमें एरिया के लिए 20 प्वाइंट रखे हैं तो पहले बच्चे के लिए 30 व दूसरे बच्चे के लिए 10 प्वाइंट रखे हैं। ऐसे में यदि बच्चा घर से दूर है तो उसके एरिया के प्वाइंट कम हो रहे हैं। ऐसे में दाखिले की संभावना कम बन रही है। नॉर्थ दिल्ली स्थित द सृजन स्कूल ने भी अपने सिस्टम में 50 प्वाइंट रखे हैं। स्कूल ने अपने प्वाइंट सिस्टम में नेबरहुड के 10 प्वाइंट, आयु के लिए 10 प्वाइंट, सिंगल पैरेंट्स के लिए 5, व सिबलिंग के लिए 10, डिफरेंट रिजन के लिए 5 व गर्ल चाइल्ड व ट्रांसर्फर केस के लिए 5-5 प्वाइंट रखे हैं। अभिभावकों को ज्यादा से ज्यादा स्कूल में आवेदन करना पड़ रहा है।

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