Tuesday, October 16, 2012

मैनेजमेंट में बेहतर स्कोप देख रहे हैं इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स



राकेश नाथ/एसएनबी नई दिल्ली। भारतीय प्रबंध संस्थानों (आईआईएम) में एडमिशन के लिए कैट देने वाले प्रबंध क्षेत्रों से जुड़े स्टूडेंट्स की संख्या इस साल घटी है। कला व कॉमर्स स्ट्रीम के स्टूडेंट्स की संख्या में भी गिरावट आई है। जबकि इंजीनियरिंग, कृषि व मेडिकल क्षेत्र से जुड़े स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ी है। इस स्थिति को देखते हुए आईआईएम ने कैट (कॉमन एडमिशन टेस्ट) में बदलाव का मूड बना लिया है। आईआईएम कोझिकोड के निदेशक प्रो. देवाशीष चटर्जी ने बताया कि कैट में बदलाव की रूपरेखा इस तरह से तैयार की जाएगी, ताकि सभी स्ट्रीम के स्टूडेंट्स में इस परीक्षा में शामिल होने के प्रति रुचि पैदा हो सके। कैट परीक्षा-2012 के कन्वीनर प्रो. एसएसएस कुमार ने बताया कि इस साल कैट के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले मैनेजमेंट क्षेत्र यानी बीबीए व बीबीई कोर्स से जुड़े विद्यार्थियों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है। इस बार मैनेजमेंट कोर्स से जुड़े 17 हजार 62 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है, जबकि पिछले साल यह संख्या 19 हजार 311 थी। प्रो. कुमार ने बताया कि दो सालों के तुलनात्मक अध्ययन के लिहाज से यह गिरावट 11 पर्सेट बैठती है। उनका मानना है कि इस गिरावट का एक प्रमुख कारण इस क्षेत्र से जुड़े विद्यार्थियों को पहले ही नौकरियां मिल जाना है। नौकरी मिलने के बाद कम ही स्टूडेंट्स कैट के प्रति रुचि दिखाते हैं। इसी प्रकार, रजिस्ट्रेशन कराने वाले कला व कॉमर्स स्ट्रीम केविद्यार्थियों की संख्या इस बार 3404 है। पिछले साल 3780 थी। जबकि इंजीनियरिंग क्षेत्र से जुड़े स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ी है। प्रो. कुमार के मुताबिक, इंजीनियरिंग क्षेत्र के परीक्षार्थियोंकी संख्या इस बार 1 लाख 44 हजार 760 फीसद है। पिछले साल यह संख्या 1 लाख 31 हजार 896 थी। पंजीकरण कराने वाले कुल विद्यार्थियों में इंजीनियरिंग से जुड़े स्टूडेंट्स का पर्सेट भी सर्वाधिक 67.6 है। एग्रीकल्चर क्षेत्र के परीक्षार्थियों की संख्या पिछले साल 840 थी। इस साल यह 919 है। आर्किटेक्चर क्षेत्र की बात करें तो इस साल इससे जुड़े 208 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है। पिछले साल यह संख्या 174 थी। चार्टेड एकाउंटिंग क्षेत्र से जुड़े स्टूडेंट्स की संख्या इस साल 47 है। पिछले साल 35 थी। मेडिकल क्षेत्र से इस बार 486 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है। पिछले साल 566 पंजीकृत हुए थे। नक्सलवाद प्रभावित राज्यों के स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ी : कैट के लिए इस बार पिछले साल की तुलना में नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों से जुड़े ज्यादा विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। प्रो. एसएसएस कुमार ने बताया कि नक्सलवाद प्रभावित तीन राज्यों से इस बार कैट के लिए ज्यादा विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। छत्तीसगढ़ की बात करें, तो इस बार यहां से कैट के लिए अप्लाई करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 3222 है। पिछले साल यह संख्या 3003 थी। ओडीशा से इस बार 5778 स्टूडेंट्स हैं। पिछले साल 5457 थे। ओडीशा के मामले में यह इजाफा 2.7 पर्सेट बैठता है। झारखंड की बात करें, तो यहां के इस साल 6591 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है। पिछले साल यह संख्या 6361 थी।
कैट के लिए आवेदन करने वाले इंजीनियरिंग से जुड़े स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ी जबकि मैनेजमेंट से जुड़े स्टूडेंट्स की संख्या घटी, आर्ट व कॉमर्स के स्टूडेंट की संख्या में भी गिरावट सभी स्ट्रीम के स्टूडेंट्स में रुचि पैदा करने के लिए आईआईएम कैट के प्रारूप में करेगा बदलाव

Rashtirya sahara National Edition 16-10-2012 Education   Pej -5


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