Monday, September 17, 2012

छात्रों को दी जाए गुणात्मक शिक्षा : सुप्रीम कोर्ट



नई दिल्ली, प्रेट्र : सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सरकार और निजी शिक्षण संस्थानों को छात्रों को गुणात्मक शिक्षा देनी चाहिए और शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पात्रता के मापदंडों का ठीक तरह से पालन किया जाना चाहिए। कोर्ट ने एक शिक्षक को अपेक्षित योग्यता नहीं होने पर नौकरी से हटाए जाने के मामले में उक्त टिप्पणी की। जस्टिस बीएस चौहान और जस्टिस इब्राहिम कलीफुल्ला की पीठ ने कहा कि लोकतंत्र का भविष्य शिक्षा के उच्च मापदंडों पर निर्भर करता है और किसी भी कीमत पर इसका पालन किया जाना चाहिए। पीठ ने कहा, यह सच है कि लोकतंत्र दोषरहित नहीं हो सकता है, लेकिन हम उचित शिक्षा के माध्यम से उन दोषों को कम से कम करने के लिए प्रयास कर सकते हैं। लोकतंत्र का भविष्य सामान्य, व्यावसायिक और पेशेवर शिक्षा के उच्च मापदंडों पर निर्भर करता है। ज्ञान के प्रसार में हमेशा नियम का पालन किया जाना चाहिए। शिक्षा, खासकर प्राथमिक शिक्षा गुणात्मक होनी चाहिए और इसके लिए प्रशिक्षित शिक्षकों की जरूरत है।

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