ठ्ठजागरण संवाददाता, नई
दिल्ली दिल्ली
उच्च न्यायालय के समक्ष डीयू ने शपथपत्र दाखिल करते हुए कहा कि वह जल्द
ही डीयू के कॉलेजों में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिये बायोमीट्रिक
प्रणाली शुरू कर देंगे। उच्च न्यायालय के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश
जस्टिस एके सिकरी व जस्टिस राजीव सहाय एंडलॉ की खंडपीठ ने उस याचिका
का निपटारा कर दिया, जिसमें
डीयू के शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए
बायोमीट्रिक सिस्टम से उनकी उपस्थिति दर्ज कराने की मांग की गई
थी। इंडियन
काउंसिल ऑफ लीगल ऐड एंड एडवाइस नामक संस्था की तरफ से याचिका दायर की
गई थी। इसमें बताया गया था कि यूजीसी द्वारा तय नियमों के अनुसार प्रत्येक
शिक्षक को कालेज में 30 सप्ताह
पढ़ाना अनिवार्य है। मानकों के अनुसार शिक्षक को
सप्ताह में छह दिन और इनमें कम से कम 40 घंटे पढ़ाना चाहिए।
डीयू में ऐसा नहीं हो रहा। डीयू के शिक्षक सप्ताह में मात्र पांच से छह
घंटे ही छात्रों को पढ़ाने के लिए समय देते हैं।
दैनिक जागरण राष्ट्रीय
संस्करण पेज -2,20-9-2012
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