ठ्ठ जागरण ब्यूरो, नई
दिल्ली भारतीय
प्रौद्योगिकी संस्थानों (आइआइटी) के लिए अगले साल शुरू होने जा रही दाखिले
की नई प्रक्रिया में इस साल 12वीं की पढ़ाई पूरी कर चुके छात्रों का भी
ध्यान रखा जाएगा। चूंकि, जेईई-एडवांस
की मेरिट लिस्ट में आने के बाद छात्रों को अपने
स्कूल बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल
छात्रों में शामिल होना जरूरी है, लिहाजा उन्हें इन
मापदंडों पर खरा उतरने के लिए 12वीं की परीक्षा का
एक मौका और मिलेगा। सूत्रों का कहना है कि आइआइटी सिस्टम
में नई दाखिला प्रक्रिया के अमल में आने के बाद उन
छात्रों का भी ध्यान रखा जाएगा, जिन्होंने इस साल ही 12वीं की
परीक्षा पास की है। आइआइटी-जेईई में बैठने के लिए छात्रों को दो मौके मिलते
रहे हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) एडवांस की नई प्रक्रिया में भी
उन्हें दो मौके मिलेंगे। पुरानी प्रक्रिया में छात्रों को इंटरमीडिएट बोर्ड
परीक्षा में टॉप 20 परसेंटाइल
(प्रतिशतांक) में शामिल होने की अनिवार्यता नहीं थी।
लिहाजा, जो
छात्र इस साल 12वीं
पास कर चुके हैं और अगले साल आइआइटी में दाखिला चाहते हैं
तो उन्हें खुद के परीक्षा परिणाम को और बेहतर करने का
मौका दिया जाएगा। गौरतलब
है कि आइआइटी समेत सभी केंद्रीय तकनीकी शिक्षण संस्थानों में दाखिले के
लिए अगले साल (2013) से
प्रवेश परीक्षा के तौर तरीके बदलने जा रहे हैं। सबसे
पहले एआइईईई की तर्ज पर सीबीएसई एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा-मुख्य ((जेईई)-मेन)
का आयोजन करेगा। उसमें सबसे बेहतर डेढ़ लाख छात्रों को जेईई-एडवांस
में बैठने का मौका मिलेगा। यह प्रवेश परीक्षा आइआइटी-संयुक्त एडमीशन
बोर्ड की देखरेख में होगी। आइआइटी में दाखिला उन्हीं छात्रों को मिलेगा
जो जेईई-एडवांस की मेरिट में लिस्ट में आने के साथ ही अपने स्कूल बोर्ड
(12वीं)
के टॉप 20 परसेंटाइल
छात्रों में शामिल होंगे। दूसरी तरफ, राष्ट्रीय
प्रौद्योगिकी संस्थानों (एनआइटी) और दूसरे केंद्रीय तकनीकी
शिक्षण संस्थानों में दाखिले का आधार जेईई-मुख्य व 12वीं बोर्ड के अंक
होंगे। उसके तहत सीबीएसई की संयुक्त प्रवेश परीक्षा-मुख्य (जेईई-मेन) के
अंकों को 60 प्रतिशत
और इंटरमीडिएट बोर्ड के अंकों को 40 प्रतिशत वेटेज (तवज्जो)
के आधार पर मेरिट लिस्ट बनेगी।
Dainik Jagran National Edition 02-10-2012 Education Pej -3
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